Saraswati Vidya Mandir

Arya Nagar (North) Gorakhpur

सरस्वती विद्या मन्दिर बालिका इण्टर कालेज: हमारी विशेषताएँ

  • 1- शिक्षक : शिक्षा का महत्वपूर्ण अंग अध्यापक हैं जिन्हें विद्या मंदिर में आचार्य कहते है। शैक्षणिक योग्यता के साथ,शिक्षा में रूचि, भारत की मान बिन्दुओं के प्रति निष्ठावान, अनुशासित तथा चरित्रवान शिक्षक है।
  • 2 शिक्षा :शिक्षण की जितनी भी मान्य पद्धतियाँ हैं उन सभी तत्व को लेकर एक विशेष पद्धति का अनुसरण किया जाता है, जिसका आधार भारतीय संस्कृति एवं शिक्षा है। संस्कारों को पुष्ट करने के लिए विभिन्न शिक्षणेत्तर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
  • 3- संस्कार भारती : व्यवस्था प्रिय एवं उत्तरदायित्व का भाव जगाने हेतु, संस्कार भारती का गठन किया जाता है, इस संस्था द्वारा पुस्तकालय, वाचनालय की व्यवस्था, जयन्तियों का आयोजन, विशेष व्यक्तियों के आगमन पर उन्हें सम्मान प्रदान करना, प्रवचन, मंचीय कार्यक्रम तथा साहस और ज्ञान वर्धन हेतु गीत, कहानी कविता का आयोजन।
  • 4- वार्षिकोत्सव एवं सरस्वती पूजन : सरस्वती पूजा का भव्य आयोजन बसन्त पंचमी के दिन होता है। इसी दिन विद्यालय का वार्षिकोत्सव सांस्कृतिक कार्यक्रम के रूप में मनाया जाता है।
  • 5- सरस्वती यात्रा : नगर के विशेष स्थान तथा निकटवर्ती जनपदों में विशेष स्थान के भ्रमण के कार्यक्रमों के द्वारा सामान्य ज्ञान कोष समृद्ध किया जाता है।
  • 6- देश दर्शन यात्रा : ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक स्थानों का अध्ययन इस यात्रा द्वारा कराया जाता है।
  • 7- पुस्तकालय : बाल साहित्य तथा उद्धरण संबंधी पुस्तकों का विशाल पुस्तकालय है। जहाँ सप्ताह में बहनें एक पुस्तक प्राप्त करती हैं। उद्धरण पुस्तकों के अध्ययन के लिए विद्यालय में ही व्यवस्था है। समाचार पत्र तथा पत्रिकाओं के वितरण की व्यवस्था है।
  • 8- पत्रिका : बालिकाओं की रचना प्रवृत्ति को जगाने के लिए विद्यालय की अपनी वार्षिक पत्रिका "जागृति” है।
  • 9- एकरूपता : धन पति एवं धनहीन दोनों के बच्चे एक ही वेष में विद्यालय आयें। इसके लिए गणवेश रखा गया है। बालिकाओं के शरद एवं ग्रीष्मकालीन वेश भिन्न -भिन्न हैं।
  • 10-
    • (क) बौद्धिक भाषा, अन्त्याक्षरी, सुलेख, कला आदि का आयोजन मासिक स्तर पर किया जाता है।
    • (ख) शारीरिक विकास हेतु दैनिक कार्यक्रमों की योजना है। समय-समय पर शारीरिक प्रतियोगितओं का आयोजन किया जाता है।
  • 11- पुरस्कार योजना : हमारे संस्थान द्वारा विभिन्न अवसरों पर हमारे आचार्य/आचार्या एवं बहनों के उत्साह वर्धन हेतु विभिन्न प्रकार के पुरस्कार की योजना का आयोजन होता है।
    • (क) विद्या मन्दिर पुरस्कार योजना - इस योजना के अन्तर्गत हाई स्कूल एवं इण्टर बोर्ड की परीक्षाओं की वरिष्ठता सूची में दस स्थान पाने वाली विद्यालय की बहनों को 11000/- की राशि से पुरस्कृत किया जायेगा।
    • (ख) विद्या मन्दिर पुरस्कार योजना : सत्र 2001-2002 से शिशु से स्नातक कक्षा तक कक्षा में प्रथम स्थान पाने वाले बहनों का शुल्क आधा एवं द्वितीय स्थान पाने वाले बहनों का शुल्क चौथाई माफ होगा। यह योजना 2002 से प्रारम्भ हुई है।
  • 12- अभिभावक गोष्ठी : वर्ग एवं कक्षासः बहनों के अभिभावकों की छमाही गोष्ठी आयोजित होती है, जिसमे अभिभावक अपनी समस्या रखते हैं तथा विद्यालय अपनी योजनाओं को बताता है। दोनों के सामयिक विचार विनिमय से बालिकाओं का विकास किया जाता है।
  • 13- नगर के प्रत्येक भाग का वाहन शुल्क एक ही है, महानगर के प्रत्येक भाग में विद्यालय की बसें भी संचालित हैं, जिससे परिवहन में प्रत्येक सम्भव सुविधा प्राप्त है। इस समय विद्यालय में 5 बसें, एक टाटा सूमो एवं कार है।

मंत्री
सुरेन्द्र कुमार अग्रवाल
सरस्वती विद्या मंदिर
आर्यनगर – गोरखपुर